tag:blogger.com,1999:blog-1783622827187886933.post8166870971811645560..comments2023-10-30T15:20:13.292+05:30Comments on विचार और संवेदना का साझापन: अपने मोर्चे पर मरने की जिद्दप्रफुल्ल कोलख्यान / Prafulla Kolkhyan http://www.blogger.com/profile/08488014284815685510noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1783622827187886933.post-2672927215447396542012-11-27T17:48:34.502+05:302012-11-27T17:48:34.502+05:30'आदमी इस बात के लिए कत्तई जिम्मेवार नहीं होता ... 'आदमी इस बात के लिए कत्तई जिम्मेवार नहीं होता है कि वह जन्म कहाँ और किन परिस्थितियों में ले, लेकिन वह इस बात के लिए थोड़ा-बहुत जिम्मेवार तो होता ही है कि वह मरे किन परिस्थितियों में। कायरों का कोई मोर्चा नहीं होता है। और नहीं होती है अपने मोर्चे पर मरने की कोई जिद्द।'sachchi aur khari baat.mahesh mishrahttps://www.blogger.com/profile/05444936923565480363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1783622827187886933.post-46192010006015058802012-11-26T23:11:45.249+05:302012-11-26T23:11:45.249+05:30किसी गुलमोहर के लिए मरने की ही सोच पाते।.............किसी गुलमोहर के लिए मरने की ही सोच पाते।..........sochta h kya koi is tarah........soch rhi hun main bhi ........jaanhttps://www.blogger.com/profile/10204538161116155383noreply@blogger.com