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फगुनवाँ में हो, फगुनवाँ में
फगुनवाँ में हो, फगुनवाँ में बुढ़वा देवर लागे हो, देवर लागे फगुनवाँ में, काँचे-कचनार लागे फगुनवाँ में, पोरे-पोर गुलाल लागे बुढ़िया के अजगुत श्रृँगार लागे हो फगुनवाँ में, सब के गाते बयार लागे है लागे-लागे, बतहा बयार लागे हो पियवा बहकल अन-चिन्हार लागे फगुनवाँ में, घरैतिन झमार लागे हो, राति इजोरिया, झम-झम नाचे औ दिनौ में घरवा के किवाड़ लागे हो फगुनवाँ में, दुलरहु के बाजार लागे हो घर में नाहिं पैसा, पियवा उधार लागे ननदो, बहकल पियवा अ-चिन्हार लागे हय बुढ़वा देवर लागे हो, देवर लागे हाँ फगुनवाँ में, काँचे-कचनार लागे फागुन में, अ-नारियो होशियार लागे हाँ फगुनवाँ में हो, फगुनवाँ में, फगुनवाँ में ...... ...... ...... ......... .........
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