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तेरी यादों की रौशनी में

तेरी यादों की रौशनी में

मेरे इसरार में कभी तुम्हारा नाम नहीं आयेगा
तुम्हारी खामोशी में, मैं अपना नाम पढ़ लूँगा

आँखों में जब भी कोई खूबसूरत अक्स उतरेगा
तेरी यादों की रौशनी में, मैं खबर को पढ़ लूँगा

यह एहसास बेशकीमती है, रैपर में नहीं बँधेगा
लिफाफा जस-का-तस, मजमून सारा पढ़ लूँगा

किसी गुमशुदा का जब भी कोई चेहरा दिखेगा
देखना जरा गौर से, मैं तुम्हारी आँख पढ़ लूँगा

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