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इन्हें पहचानो मेरी जान ➖ ये लफ्ज के घोड़े पर सवार किला फतह करते गये और हम जो किले की दिवार पर उगी दूब खुद को किसी तरकीब में बदल नहीं पाये
➖ इन्हें पहचानो मेरी जान पहचानो खुद को और तरकीब-ए-बदलाव को भी पहचानो
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