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जाने अब क्या देखता हूँ!

इनको भी देखा
उनको भी देखा
यह मुल्क अब करे तो क्या करे
तेरी रहनुमाइयों का यह कमाल कि
अब मसीहाई का कोई इंतजार नहीं
शहर सुंदर बनेगा बेदाना बनाकर
और गाँव रहेगा शहर से बेगाना होकर
ये हौसला तेरा और तेरा इकबाल
पिटकर मरेगा सिपाही
घर रह जायेगा कैदखाना होकर
इनको भी देखा
उनको भी देखा
यह मुल्क अब करे तो क्या करे

हिंदुस्तान भी बना लिया
पाकिस्तान भी बना लिया
तेरा रसूख कि मुल्क रह गया
सियासत का निशाना बनकर।

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