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बतकही नया पेज

कल एक नया पेज शुरू करने की सोच रहा हूँ! जो, पूर्णतः हिंदी साहित्य के छात्रों को समर्पित होगा। पूर्णतः छात्रोपयगी। हिंदी भाषा और साहित्य के पाठ की समस्याओं पर बहुत ही प्राथिमक स्तर की बुनियादी बातें होगी, मूलतः अवधारणात्मक स्वरूप के व्यावहारिक सवाल-जवाब होंगे। हिंदी भाषा, साहित्य और समाज की समझ के विकास का सामूहिक प्रयास होगा। कहना न होगा कि यह सब हिंदी साहित्य के छात्रों की दिलचस्पी और जुड़ाव से ही संभव होगा। यह एक प्रयोग होगा... — उत्साहित महसूस कर रहा/रही है.

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