भारत में मूल्य स्थिति भिन्न रही है! इस भिन्न स्थिति पर फिर कभी।
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ज्ञान की आँधी
जब ज्ञान की आँधी चलती है। प्रेम निकृष्टतम अर्थ में संकुचित हो जाता है। निकृष्ट स्वार्थ शक्ति को अपने व्यवहार के लिए अधीनस्थ कर लेता है। राम की शक्तिपूजा में महाप्राण निराला कहते हैं - है जिधर अन्याय, है उधर शक्ति! पश्चिमी सभ्यता में शक्ति का संबंध ज्ञान से जोड़ा गया कॉनेलज इज पावर। इच्छित परिणाम के हासिल होने का संबंध शक्ति से जोड़ा गया। कॉनेलज पावर और रिजल्ट के चमत्कार से चौंधियाने की तरफ बढ़ता रहा है। प्रसंगतः, आज यूक्रेन में ज्ञान की आँधी चल रही है।
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