लिखाता नहीं है इंक्लाब

लिखता हूँ इश्क
लिखा जाता है पेंशन 

लिखता हूँ इश्क 
लिखा जाता है दवाई

लिखता हूँ इश्क 
लिखा जाता है दुहाई सरकार

ऐसा नहीं कि यह है चमत्कार
युवाओं के साथ भी होता होगा 
कुछ इसी प्रकार। 

क्या पता नहीं भी होता होगा!
उन के माथे पर तो 
लदता गया है असह्य भार!
जरूरी नहीं कि वे लिखते होंगे रोजगार 
और हो जाता होगा वह कुछ और! 

लब्बोलुआब! 
लिखो कुछ भी। 
लिखाता नहीं है इंक्लाब! 

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