खौआ छौ, बझौआ छौ

एकर ओकर मिठ बोली पर नै
नोरक पोसुआ नोनछराइन के सुआस चिन्ह
मेह बना क दाऊन क बरद जका जे घुमे छौ
एहि सब लोकक कात चिन्ह, कतवाहि चिन्ह
चिन्ह की ई सब त खौआ आर बझौआ छौ।

गाम ठाम सब गरदा, गरदा
कोनो लाज ने कोनो परदा
ने एकरा ओकरा सुख दुःख स लेना देना
झुठहि खाट छै, झूठहि बिछौना
झूठहि ठाठ छै आ झूठहि पाठ छै
हाटे द क गाम क बाट छै त की कीनना
लुग्गा लत्ता की दिल्ली, कीं कोलिकाता
इएह निकास आ इएह बिकस, 
झटपट बूझें त इएह बेसहना

सोचि सोचि क की पछिताना
की पछिताना!
ई सब खौआ आर बझौआ छौ!
नोरक पोसुआ नोनछराइन के सुआस चिन्ह!

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