विचार और संवेदना का साझापन
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देखो न शायद वही आया है, देखो न
देखो न शायद वही आया है, देखो न
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देखो न सर्वेश्वर, देखो न
तुमने कहा और हमने यकीन किया
देखो न, शायद वही आया है
और उसके हाथ में कितना सुंदर मशाल है
देखो न सर्वेश्वर, देखो न
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